नासानेबृहस्पतिकेचांदपरखोजनिकालामहासागर

न्यूयार्क(ईएमएस)। ब्रह्मांडहमेशा से अंतरिक्ष विज्ञानियों के लिए जिज्ञासा का विषय रहा है। दुनियाभर के वैज्ञानिक निरंतर नई खोजों के आधार पर इनके रहस्यों पर से पर्दा उठाने के लिये प्रयास कर रही हैं। इसी क्रम में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के वैज्ञानिकों को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। बता दें कि अध्ययन के आधार परनासा ने पहली बार इस बात की पुष्टि की है कि बृहस्पति के चांद यूरोपा की सतह के अर जलवाष्प मौजूद है। यह एक ऐसी खोज है, जोइस बात का समर्थन करती है कि बृहस्पति के चांद की मीलो मोटी बर्फ की परत के नीचे पानी की तरल अवस्था में महासागर मौजूद है। हालांकि यह अध्ययन नेचर एस्ट्रोनॉमी नामक जर्नल में प्रकाशित किया गया है। बताया गया कि अमेरिका के हवाई स्थित डब्ल्यू.एम. केक ऑब्जर्वेटरी में यूरोपा पर मौजूद जलवाष्प को मापा गया है। नासानेबृहस्पतिकेचांदपरखोजनिकालामहासागर


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वहीं बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के भगवानपुर चौक के पास भी कुछ लोग नोट में कोरोना वायरस होने की अफवाह को बल दे दिया। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने लोगों से ऐसी किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की है।
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