न्यायमूर्ति मुक्ता गुप्ता के समक्ष जमानत याचिका में दलील दी गई कि शादाब आलम के खिलाफ कोई और मामला दर्ज नहीं है और ना ही वह किसी अन्य मामले में लिप्त है। उत्तर पूर्वी जिले में 22 से 24 फरवरी के दौरान हुई हिंसा के दौरान 24 फरवरी को शादाब को पुलिस ने पीसीआर कॉल पर गिरफ्तार किया था।

न्यायमूर्ति मुक्ता गुप्ता के समक्ष जमानत याचिका में दलील दी गई कि शादाब आलम के खिलाफ कोई और मामला दर्ज नहीं है और ना ही वह किसी अन्य मामले में लिप्त है। उत्तर पूर्वी जिले में 22 से 24 फरवरी के दौरान हुई हिंसा के दौरान 24 फरवरी को शादाब को पुलिस ने पीसीआर कॉल पर गिरफ्तार किया था।


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वहीं बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के भगवानपुर चौक के पास भी कुछ लोग नोट में कोरोना वायरस होने की अफवाह को बल दे दिया। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने लोगों से ऐसी किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की है।
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यूपी की राजधानी में उड़ी अफवाह देश की राजधानी के बाद उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के महानगर स्थित पेपर मिल कॉलोनी में भी पांच-पांच सौ रुपये के नोट सड़क पड़े होने की अफवाह उड़ा दी गई। उस नोट में कोरोना वायरस होने की अफवाह की सूचना पर वहां भीड़ एकत्र हो गई। जिसके बाद पुलिस ने नोट को कब्जे में लेकर उसे लैैब में जांच के लिए भेज दिया है।